सुकन्या समृद्धि vs. महिला सम्मान बचत – कौन देगी आपको सबसे बड़ा रिटर्न?

जब बात हो निवेश के विकल्पों की, तो सरकार द्वारा प्रस्तुत योजनाओं में से दो प्रमुख योजनाएँ हैं – सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) और महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र (MSSC)। दोनों योजनाएँ महिलाओं और बालिकाओं के लिए वित्तीय सुरक्षा और बचत के अवसर प्रदान करती हैं, परन्तु इनमें ब्याज दर, निवेश अवधि, निवेश सीमा और अन्य लाभों में अंतर है। आइए विस्तार से जानते हैं कि कौन सी योजना किस दृष्टिकोण से बेहतर है।

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)

  • प्रमुख विशेषताएँ
  1. ब्याज दर: SSY में वर्तमान में 8.2% प्रति वर्ष ब्याज दर प्रदान की जाती है। यह दर जनवरी 2025 से मार्च 2025 तक के लिए लागू है, जो कि निवेशकों के लिए आकर्षण का एक मुख्य कारण है।
  2. निवेश अवधि: यह योजना 21 वर्षों के लिए उपलब्ध है या तब तक जब तक बालिका की आयु कम से कम 18 वर्ष नहीं हो जाती (या बालिका के विवाह तक)। यह लंबी अवधि में निवेशकों को स्थायी बचत का अवसर प्रदान करती है।
  3. निवेश सीमा: निवेश की न्यूनतम राशि केवल ₹250 प्रति वर्ष है, जबकि अधिकतम निवेश सीमा ₹1.5 लाख प्रति वर्ष निर्धारित की गई है।
  4. कर लाभ: सुकन्या समृद्धि योजना में धारा 80C के तहत कर छूट भी उपलब्ध है, जिससे यह योजना कर बचत के लिहाज से भी फायदेमंद बन जाती है।

महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र (MSSC)

  • प्रमुख विशेषताएँ
  1. ब्याज दर: MSSC में 7.5% प्रति वर्ष ब्याज दर दी जाती है, जो तिमाही चक्रवृद्धि की प्रणाली के अंतर्गत काम करती है।
  2. निवेश अवधि: इस योजना की परिपक्वता अवधि केवल 2 वर्ष की है, जो उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो कम समय में लाभ देखना चाहते हैं।
  3. निवेश सीमा: MSSC में न्यूनतम निवेश राशि ₹1,000 है, जबकि अधिकतम निवेश सीमा ₹2 लाख तक निर्धारित है।
  4. योजना की उपलब्धता: ध्यान देने योग्य बात यह है कि यह योजना 31 मार्च 2025 तक उपलब्ध थी। वर्तमान में नए निवेश के लिए यह बंद हो चुकी है, लेकिन जो निवेश पहले कर चुके हैं, उन्हें परिपक्वता तक 7.5% ब्याज मिलता रहेगा।
  5. तुलना: कौन सी योजना आपके लिए बेहतर?

ब्याज दर

  • सुकन्या समृद्धि योजना में 8.2% की वार्षिक ब्याज दर MSSC के 7.5% की दर से बेहतर है, जो इसे उच्च लाभ प्रदान करने वाला विकल्प बनाता है।
    निवेश अवधि
  • SSY: 21 वर्ष (या बालिका के विवाह तक) – यह लंबी अवधि में निवेश को स्थायित्व प्रदान करती है।
  • MSSC: केवल 2 वर्ष – यह उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो कम समय में अपनी राशि पर लाभ देखना चाहते हैं।

निवेश सीमा और लचीलापन

  • SSY: न्यूनतम ₹250 से शुरू होकर ₹1.5 लाख प्रति वर्ष तक निवेश की अनुमति।
  • MSSC: न्यूनतम ₹1,000 से शुरू होकर कुल ₹2 लाख तक निवेश की सीमा निर्धारित है।

कर लाभ

सुकन्या समृद्धि योजना में धारा 80C के तहत कर छूट भी उपलब्ध है, जो इसे कर के लिहाज से और भी आकर्षक बनाता है। MSSC में ऐसा कोई कर लाभ उपलब्ध नहीं है।

निष्कर्ष

यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और साथ ही कर लाभ का भी लाभ उठाना चाहते हैं, तो सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) निश्चित रूप से आपके लिए एक बेहतर विकल्प है। दूसरी ओर, यदि आपका लक्ष्य कम अवधि में निवेश पर लाभ प्राप्त करना है, तो महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र (MSSC) आपके लिए उपयुक्त हो सकता है, हालांकि वर्तमान में नए निवेश के लिए यह योजना उपलब्ध नहीं है।

इन दोनों योजनाओं के माध्यम से सरकार ने महिलाओं और बालिकाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। निवेश से पहले अपनी वित्तीय जरूरतों और लक्ष्यों के अनुसार निर्णय लेना हमेशा लाभदायक होता है।

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